In Love
तन नही मन देखो शाहेब
ये कहानी तब की है , जब प्रेमी एक दूसरे की आखों में खुद को पाते थे। उसकी निगाहो में अपना घर बसाते थे। एक राम नाम का नोकरी वाला लड़का था। और उसे वन्दना लङकी से प्यार था। दोनों एक दुसरे को बचपन से जानते थे थोड़े ही दिनो में दोनों की शादी होने वाली थी। तभी राम की तरफ से ये रिश्ता थुकरा दियां जाता है। वंदना ये बात सुनकर वही गिर जाती है।रिश्तेदारो ने तानो की बौछार करते है।
ह्मम बड़े आये थे बीना दहेज और 5 "०लड़की की शादी कराने वाले लो हो गयी न बेज्ज
ती।
लड़की को होश आया तो वो तुरंत राम को काल करती है लेकिन वो काल नहीं लेता है। यहां वन्दना को शादी से ज्यादा ये थी कि राम को क्या हो गया है। क्या मेरे से कोई गलती हो गयी। वो ये सोच ही रही थी कि राम के दोस्त का फोन आया।
दोस्त"तुम यहां जल्दी से आ जाओ। वन्दना"क्या हुआ कोई मेरा फोन क्यूं नहीं रिसिव कर रहा है।" दोस्त"तुम जल्दी से बेलापुर के hospital में आ जाओ।" वन्दना"क्या.....। जब वन्दना वहां पहुची तो राम ICU के बेड पर है।
आगे कि कहानी जानने के लिये बने रहिये हमारे साथ
इस कहानी का एक अनदेखा रुप
जानने के लिए
आप सभी का धन्यवाद । मेरी कहानी पढ़ने के लिए