पुराना मकान
purana makan
35 Views
1 Mins Read
1
पुराना सा मकान वो दिखाई जर्जर दे रहा था। उसमें बिताए समय की गवाई हर एक जर्रा दे रहा था। समय की मार को झेलता दिखाई वह एक खंडहर दे रहा था। लेकिन अपने आंगन में बीती उन हसीन समय की दुहाई वह मकान खुद दे रहा था। उन्नति के लिए बदलाव की मांग आने वाला समय कर रहा था। पर कैसी विडंबना है यह कि उसका विरोध तो खुद उस पुराने मकान में बिता समय कर रहा था। पुराना सा मकान वो दिखाई जर्जर दे रहा था। उसमें बिताए समय की गवाई हर एक जर्रा दे रहा था।
© All rights reserved
Did you enjoy reading this story? Even you can write such stories, build followers and earn. Click on WRITE below to start.
Comments (1)